इलेक्ट्रोप्लेटिंग (Electroplating) अर्थात विद्युत-लेपन धातु की किसी वस्तु को जंग से बचाने या सुंदर,चमकीला अथवा कठोर बनाने के लिए उस पर दूसरी धातु की परत चढ़ाने की प्रक्रिया है। इस विधि से एक धातु को दूसरी धातु के कुछ गुण भी प्रदान किये जा सकते हैं। जैसे- कठोरता, टूटने-चटखने से बचाना, इलेक्ट्रिकल, चुंबकीय या अन्य वैकल्पिक गुण आदि। क्या आप जानते हैं कि किसी धातु पर दूसरी धातु का लेपन कैसे किया जाता है?
Electroplating process |
इलेक्ट्रोप्लेटिंग (electroplating) बड़े-बड़े कुंडों या टबों में की जाती है। कुंड में भरे द्रव में उस धातु का सॉल्ट घुला होता है, जिसका लेपन करना होता है। अन्य धातुओं का लेपन करने के लिए धातु के चार या प्लेट्स का उपयोग ऐनोड के रूप में किया जाता है। जिस धातु का लेपन करना होता है, उसे कार्य का टुकड़ा या 'यंत्र' कहा जाता है। उसे एक सोल्युशन में डुबाया जाता है, जो कैथोड के रूप में कार्य करता है।
Electroplating kya hota hai |
कुंड में भरे घोल में से जब ऐनोड के साथ बैटरी के पॉजीटिव टर्मिनल को और कैथोड के साथ नेगेटिव टर्मिनल को जोड़ता हुआ करंट गुजरता है, तब धातु के आयन सोल्यूशन में एनोड से कैथोड की तरफ जाने लगते हैं और कार्य के टुकड़े पर जमा होते जाते हैं। इससे उस यंत्र पर एनोड से बंधी धातु की एक पतली लेयर जमने लगती है। एनोड से धातु सोल्यूशन में धुलता जाता है और अंततः कार्य के टुकड़े में जमा होकर परत जमाता जाता है। यह परत समान रूप से उस टुकड़े पर जमा हो, इसके लिए उसे कुंड में धीरे-धीरे घुमाया जाता है।
Electroplating |
अच्छी प्लेटिंग के लिए जिस धातु पर प्लेटिंग की जानी है, उसकी सतह साफ होनी चाहिए। उस पर ग्रीस, धूल या ऑक्साइड फिल्म नहीं होनी चाहिए। आजकल जिन धातुओं पर इलेक्ट्रोप्लेटिंग (electroplating) की जाती हैं, उनमें सिल्वर गोल्ड, निकल, कॉपर व क्रोमियम शामिल हैं। सिल्वर प्लेटिंग के लिए, पोटैशयम के कणों और सिल्वर (चांदी) का प्रयोग किया जाता है। आमतौर पर सिल्वर प्लेटिंग पीतल की चीजों जैसे चम्मच, कांटे और पांच सितारा होटलों के अन्य बर्तनों पर की जाती है। यह आभूषणों पर भी की जाती है। गोल्ड की परत में भी सोने के दोहरे कण और पोटैशियम कण निहित होते हैं। यह प्लेटिंग आमतौर पर आभूषणों पर की जाती है।
Electroplating |
निकल प्लेटिंग में निकल के डबल सल्फेट्स और एमोनियम निहित होते हैं। कॉपर प्लेटिंग में कॉपर सल्फेट के सोल्यूशन के साथ सल्फ्यूरिक एसिड की अल्पमात्रा होती है। क्रोमियम कार्बोनेट की अल्पमात्रा के साथ क्रोमिक एसिड के सोल्यूशन व क्रोमिक सल्फेट का प्रयोग करते हुए क्रोमियम प्लेटिंग की जाती है। यह आमतौर पर मशीन के पुर्जी जैसे साइकिल के पुों पर इस्तेमाल की जाती है।
Electroplating process |
आमतौर पर अन्य जिन धातुओं पर इलेक्ट्रोप्लेटिंग (electroplating) की जाती है, वे हैं- कैडियम, कोबाल्ट, प्लेटिनम, रोडियम, क्रोमियम, टिन, जिंक आदि कुछ मामलों में एलोथे कोटिंग (मिश्र धातु) के रूप में एक साथ दो या अधिक धातुओं की प्लेटिंग की जाती है, जैसे-कॉपर-जिंक, कॉपर-टिन, लेड-टिन, लेड-टिन-कॉपर, टिन-निकल और टिन कोबॉल्ट।
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