रोबोटिक्स क्या है?

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रोबोटिक्स एक तेजी से उभरता हुआ विषय है। रोबोटिक्स विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी का संगम है, जिसके माध्यम से रोबोट नामक मशीनें बनाई जाती हैं। ये रोबोट मानव कार्यों को सरल और कुशल बनाने में सहायक होते हैं। रोबोटिक्स का उपयोग आजकल उद्योग, चिकित्सा, रक्षा, शिक्षा, और अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में व्यापक रूप से किया जा रहा है।

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रोबोटिक्स का इतिहास

रोबोटिक्स का इतिहास 20वीं सदी के शुरुआती वर्षों से शुरू होता है। 1950 के दशक में पहली बार रोबोट को औद्योगिक उत्पादन में शामिल किया गया। जॉर्ज डेवल ने पहला प्रोग्रामेबल रोबोट "यूनिमेट" विकसित किया, जिसका उपयोग ऑटोमोबाइल उत्पादन में हुआ। वर्तमान में, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन लर्निंग के साथ रोबोटिक्स के विकास ने इसे और अधिक उन्नत बना दिया है।

Robotics का जनक कौन था?

रोबोटिक्स का जनक जॉर्ज डेवल (George Devol) को माना जाता है। उन्होंने 1954 में पहला प्रोग्रामेबल रोबोट "यूनिमेट" (Unimate) का आविष्कार किया। यह रोबोट औद्योगिक स्वचालन (industrial automation) के लिए डिज़ाइन किया गया था और इसे पहली बार 1961 में एक जनरल मोटर्स (General Motors) कार निर्माण फैक्ट्री में उपयोग किया गया।

जॉर्ज डेवल के इस आविष्कार ने आधुनिक रोबोटिक्स के विकास की नींव रखी और इसे विभिन्न उद्योगों में लागू करने का मार्ग प्रशस्त किया। उनके योगदान के कारण उन्हें "फादर ऑफ रोबोटिक्स" कहा जाता है।

दुनिया का पहला रोबोट कौन था?

दुनिया का पहला रोबोट माना जाने वाला उपकरण "यूनिमेट" (Unimate) था, जिसे 1954 में जॉर्ज डेवल (George Devol) ने आविष्कार किया था। यह पहला प्रोग्रामेबल रोबोट था और इसका उपयोग 1961 में जनरल मोटर्स (General Motors) की फैक्ट्री में कार के पुर्जों को जोड़ने और असेंबल करने के लिए किया गया था।

हालांकि, अगर ऐतिहासिक दृष्टिकोण से देखें, तो "रोबोट" की अवधारणा का आरंभ 15वीं शताब्दी में हुआ। लियोनार्डो दा विंची ने 1495 में एक "मैकेनिकल नाइट" का डिज़ाइन तैयार किया था, जिसे रोबोटिक संरचना के शुरुआती उदाहरणों में गिना जा सकता है।

"रोबोट" शब्द का पहली बार उपयोग 1921 में चेक लेखक कारेल चापेक (Karel Čapek) ने अपने नाटक "R.U.R. (Rossum's Universal Robots)" में किया था। इस नाटक में "रोबोट" का अर्थ कृत्रिम मजदूर था।

इस प्रकार, "दुनिया का पहला रोबोट" का संदर्भ उस युग और परिप्रेक्ष्य पर निर्भर करता है, लेकिन यूनिमेट को आधुनिक रोबोटिक्स के युग की शुरुआत के रूप में माना जाता है।

पहला भारतीय रोबोट कौन सा है?

भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित रोबोट "मित्रा" (Mitra) है। इसे 2017 में बेंगलुरु की एक स्टार्टअप कंपनी इन्वेंटो रोबोटिक्स (Invento Robotics) द्वारा बनाया गया था।

मित्रा की विशेषताएँ:

  1. डिज़ाइन: यह एक ह्यूमनॉइड रोबोट है, जिसे इंसानों के साथ संवाद और इंटरैक्शन के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  2. उपयोग:
    • ग्राहक सहायता (Customer Support)
    • स्वागत और परिचय (Reception and Greetings)
    • स्वास्थ्य और अन्य सेवाओं में सहयोग (Healthcare Assistance)
  3. भाषा कौशल: यह कई भाषाएँ समझ सकता है और संवाद कर सकता है, जिसमें अंग्रेजी और भारतीय भाषाएँ शामिल हैं।
  4. तकनीकी क्षमताएँ: यह चेहरे की पहचान, वॉयस रिकग्निशन और बेसिक AI तकनीक से लैस है।

प्रमुख घटनाएँ:

मित्रा ने 2017 में ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट (GES) के उद्घाटन के दौरान सुर्खियाँ बटोरीं, जब इसने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका की तत्कालीन राष्ट्रपति इवांका ट्रंप का स्वागत किया।

मित्रा के विकास ने भारत को रोबोटिक्स के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है। यह भारतीय इनोवेशन और स्वदेशी प्रौद्योगिकी के विकास का प्रतीक है।

2050 में रोबोट क्या करेंगे?

2050 तक रोबोटिक्स और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में इतनी उन्नति हो जाएगी कि रोबोट मानव जीवन के लगभग हर क्षेत्र में अहम भूमिका निभा सकते हैं। यहाँ उन प्रमुख क्षेत्रों और कार्यों का वर्णन है, जहाँ 2050 में रोबोट की मुख्य भूमिका हो सकती है:


1. रोज़मर्रा के जीवन में रोबोट्स

  • घरेलू सहायक:
    रोबोट घर की सफाई, खाना बनाना, कपड़े धोना, और बच्चों या बुजुर्गों की देखभाल जैसे कार्य करेंगे। स्मार्ट होम डिवाइस के साथ जुड़े ये रोबोट जीवन को और आरामदायक बनाएंगे।
  • सामाजिक साथी:
    अकेलेपन और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए, रोबोट इंसानों के भावनात्मक साथी बन सकते हैं।

2. स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा

  • सर्जरी में रोबोट्स:
    अत्यधिक जटिल सर्जरी रोबोट द्वारा की जाएगी, जिसमें इंसानी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होगी।
  • वृद्ध और विकलांगों की देखभाल:
    रोबोट बुजुर्गों को शारीरिक सहारा देंगे और उनकी दिनचर्या का ध्यान रखेंगे।
  • बीमारियों का निदान:
    AI से लैस रोबोट बीमारियों का तुरंत पता लगाकर उपचार सुझा सकेंगे।

3. शिक्षा और प्रशिक्षण

  • शिक्षक के रूप में रोबोट:
    रोबोट व्यक्तिगत रूप से छात्रों को पढ़ाएंगे, उनकी कमजोरियों को समझकर अनुकूल शिक्षा देंगे।
  • प्रयोगशाला सहायक:
    वैज्ञानिक अनुसंधानों में रोबोट प्रयोगों को तेजी से और सटीकता के साथ पूरा करेंगे।

4. उद्योग और उत्पादन

  • पूरी तरह से स्वचालित फैक्ट्रियाँ:
    रोबोट उत्पादन प्रक्रिया को तेजी और कुशलता से चलाएंगे।
  • निर्माण कार्य:
    इमारतों और सड़कों का निर्माण पूरी तरह रोबोट द्वारा किया जाएगा।
  • खनन और कठिन कार्य:
    जोखिम भरे क्षेत्रों में रोबोट खनन और अन्य खतरनाक कार्य करेंगे।

5. यातायात और परिवहन

  • स्वायत्त वाहन:
    ड्राइवरलेस कार, बस, और ट्रक आम हो जाएँगे। रोबोट यात्री सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन करेंगे।
  • एयरोस्पेस और अंतरिक्ष अन्वेषण:
    रोबोट अंतरिक्ष अन्वेषण में इंसानों की जगह लेंगे, अन्य ग्रहों पर कॉलोनियाँ बसाने में मदद करेंगे।

6. सुरक्षा और रक्षा

  • स्वचालित हथियार:
    रोबोट सेना युद्ध क्षेत्र में तैनात होंगे, मानव सैनिकों को जोखिम से बचाएंगे।
  • साइबर सुरक्षा:
    AI-आधारित रोबोट हैकिंग और साइबर हमलों को रोकने के लिए सक्रिय रहेंगे।

7. पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण

  • पर्यावरण पुनर्स्थापना:
    रोबोट प्रदूषण कम करने, वनों की कटाई रोकने और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत कार्यों में सहायक होंगे।
  • जलवायु परिवर्तन पर काम:
    AI और रोबोट जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को समझकर समाधान देंगे।

8. मनोरंजन और रचनात्मकता

  • कलाकार रोबोट:
    रोबोट संगीत, पेंटिंग, और लेखन में योगदान देंगे।
  • फिल्म निर्माण और गेमिंग:
    पूरी तरह से रोबोट द्वारा तैयार फिल्में और गेम नई ऊँचाइयों पर पहुँचेंगे।

संभावित चुनौतियाँ और नैतिक प्रश्न

2050 में रोबोट्स का अत्यधिक उपयोग कुछ नैतिक और सामाजिक चुनौतियाँ भी लाएगा:

  1. नौकरी का नुकसान:
    रोबोट्स के बढ़ते उपयोग से कुछ क्षेत्रों में इंसानों की नौकरियाँ कम हो सकती हैं।
  2. सुरक्षा चिंताएँ:
    अत्यधिक स्वचालन से साइबर अटैक और AI के नियंत्रण के जोखिम बढ़ सकते हैं।
  3. नैतिक प्रश्न:
    क्या रोबोट को इंसानों के बराबर अधिकार दिए जाएँ? यह एक बड़ी बहस का विषय होगा।

2050 तक रोबोट्स हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन जाएँगे। वे न केवल काम करने की प्रक्रिया को कुशल बनाएँगे, बल्कि हमारे जीवन को भी सरल और बेहतर करेंगे। हालाँकि, उनकी जिम्मेदार उपयोगिता सुनिश्चित करना इंसान की प्राथमिकता होनी चाहिए।


रोबोटिक्स का महत्त्व

  1. औद्योगिक क्षेत्र: रोबोटिक्स का सबसे बड़ा उपयोग औद्योगिक उत्पादन में होता है। स्वचालन (automation) के कारण उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता में वृद्धि हुई है।
  2. चिकित्सा: चिकित्सा क्षेत्र में सर्जरी और निदान के लिए रोबोट का उपयोग हो रहा है। उदाहरण के लिए, "दा विंची सर्जिकल सिस्टम"।
  3. रक्षा: ड्रोन और स्वायत्त रोबोट सेना की सुरक्षा और निगरानी में सहायक हो रहे हैं।
  4. घरेलू उपयोग: घरेलू उपकरण जैसे वैक्यूम क्लीनर और स्मार्ट होम डिवाइस में रोबोटिक्स का उपयोग बढ़ रहा है।

रोबोटिक्स में करियर के अवसर

रोबोटिक्स के क्षेत्र में करियर के असीमित अवसर हैं। निम्नलिखित क्षेत्रों में नौकरियों की मांग तेजी से बढ़ रही है:

  1. रोबोट डिजाइन और निर्माण: रोबोट के प्रोटोटाइप बनाने और उनके हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर को डिजाइन करने के क्षेत्र में इंजीनियरों की आवश्यकता होती है।
  2. कृत्रिम बुद्धिमत्ता विशेषज्ञ: AI और मशीन लर्निंग में विशेषज्ञता रखने वाले पेशेवरों की मांग बढ़ रही है।
  3. ऑटोमेशन इंजीनियर: उत्पादन और गुणवत्ता नियंत्रण के लिए स्वचालन को लागू करने वाले इंजीनियर।
  4. चिकित्सा रोबोटिक्स: मेडिकल उपकरण और रोबोट निर्माण में विशेषज्ञ।
  5. शिक्षा और अनुसंधान: विश्वविद्यालय और शोध संस्थान इस क्षेत्र में योगदान कर रहे हैं।

रोबोटिक्स में कोर्स और शिक्षण संस्थान

भारत और विदेश में कई प्रतिष्ठित संस्थान रोबोटिक्स में पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।

  1. आईआईटी (IIT): भारत के प्रमुख तकनीकी संस्थान, जैसे IIT बॉम्बे, IIT दिल्ली, और IIT कानपुर, रोबोटिक्स में स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रदान करते हैं।
  2. एनआईटी (NIT): राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान भी रोबोटिक्स में विशेषज्ञता वाले पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
  3. विदेशी विश्वविद्यालय: MIT (अमेरिका), स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय रोबोटिक्स और AI में अग्रणी हैं।
  4. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म: Coursera, edX, और Udemy जैसे प्लेटफॉर्म पर रोबोटिक्स के प्रमाणपत्र कोर्स उपलब्ध हैं।

रोबोटिक्स का भविष्य

रोबोटिक्स का भविष्य उज्ज्वल और संभावनाओं से भरा हुआ है। स्वायत्त वाहनों, स्मार्ट फैक्ट्रियों, और व्यक्तिगत रोबोट के विकास से यह क्षेत्र तेजी से बढ़ेगा। इसके अलावा, AI और IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) के साथ इसका संयोजन इसे और उन्नत बनाएगा।

निष्कर्ष

रोबोटिक्स विज्ञान और तकनीकी क्रांति का प्रतीक है। यह न केवल मानव जीवन को सरल बना रहा है, बल्कि रोजगार और विकास के नए अवसर भी प्रदान कर रहा है। यदि आप तकनीकी क्षेत्र में रुचि रखते हैं, तो रोबोटिक्स में करियर बनाना एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है।

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